Friday 9 June 2023

भूत प्रेत आत्मा क्या होती है। भूत प्रेत क्या है? भूत प्रेत क्या होता है!

नमस्कार दोस्तों आप सभी को स्वागत  है आज का इस New Post  के साथ ।जिसका title हैंभूत प्रेत आत्मा क्या होती है। दोस्तो अगर आप भी जानना चाहते है तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढे

भूत प्रेत आत्मा क्या होती है। भूत प्रेत क्या है? भूत प्रेत क्या होता है!

भूत प्रेत आत्मा क्या होती है। भूत प्रेत क्या है? भूत प्रेत क्या होता है! 

भूत प्रेत से अपने आप को कैसे बचाएं

क्या भूत प्रेत या बुरी आत्माओं का अस्तित्व है अगर यह सब कुछ होता है तो अपने आप को इन सब से कैसे बचाया जाए। देखिए भूत प्रेत या बुरी आत्माओं के बारे में हमारे पास जितनी जानकारी है, वे कम है और यही एक समस्या है। 

आप लोग भूत प्रेत आत्माओं के बारे में जितना  जानते हैं। यह  सब कुछ आपको बाहरी रूप से बताया गया है या तो आपने किस्से कहानियों में सुना है या फिर हॉरर मूवीस में देखा है। प्रेत आत्मा को जो फिल्मों में दिखाया जाता है। सब कुछ काल्पनिक है। असल में मन की अवस्था को देखकर ही इन सब का निर्माण करना पड़ा।


 भूत प्रेत क्या होते हैं, कैसे होते हैं इन सब के बारे में आज आपको इस पोस्ट में पता लगेगा। सबसे पहले तो हमारा यह कहना गलत है कि हम कहते हैं उसके शरीर को आत्मा ने पकड़ लिया है।

या फिर किसी व्यक्ति की आत्माने प्रवेश कर लिया है कोई आत्मा दुखी है सुख पाना चाहती है ।तो कोई  बदला लेना चाहती है। कोई आत्मा अपनी इच्छाओं को पूरा करना चाहती है तो कोई किसी का बुरा करती है।।

 देखिए यह सभी कार्य आत्मा के नहीं होते। इस हिसाब  से तो आत्मा को टुकड़ों में बांट दिया गया है जबकि आत्मा तो एक ही है जो इस विश्व चित  में फैली हुई है जिसे मैं परम ऊर्जा कहता हूं।

 यह पूरा संसार प्रमाण सब उसी विश्वजीत में है। उस परम ऊर्जा में है हा हम शरीर में रहकर उस परम ऊर्जा से अलग  समझने लगते हैं। तो यह आत्मा अलग नहीं होती। यह हर जगह पर रह सकती है तो फिर यह भूत प्रेत और देवता यह सब क्या है।

देखिए  इस बारे में मैंने पहले अपनी कुछ पोस्ट  में बताया है कि आत्मा सभी भौतिक और सुषमा वस्तुओं के पार है। यानी हमारे शरीर की कई परतें है जिसमें से आप भौतिक परत को जानते हैं यह  आपका शरीर उसके बाद आपका मन यानी मानसिक शरीर इसी प्रकार से 7 शरीर  होते हैं, जिसमें कि आपके 5 शरीर यानी पांच पड़ते हैं। वह कितने भी सुशम की। ना हो परंतु कहीं ना कहीं उनका भौतिक अस्तित्व है 

और इन सब के बाद आता है।


 आपका परम चैतन्य वह आत्मा आत्मा से पहले है। जीव  हां, लेकिन यह सभी पढ़ते हैं आत्मा के। द्वारा संचालित होती है। लेकिन फिर भी इन सब के पार है तो मनुष्य का शरीर मरने के बाद जो आसानी से नहीं मरता है। 

यो है आपका मन यानी आपकी यादें है। अब तक इस पृथ्वी पर जितने भी मनुष्य मरे उन सब की मेमोरी यह काहू उनकी यादें सब यही मौजूद रहती है और उनकी ऐसी भी बहुत सारी इच्छाएं होती है। जिन्हें वह पूरा करना चाहते हैं। 

अब चाहे उन्हें शरीर मिले या ना मिले  वह किसी दूसरे के शरीर के माध्यम से अपनी इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं तो हम जीने भूत प्रेत कहते हैं। यह पूरी आत्मा कहते हैं। असल में मैं आपकी मेमोरी है आपकी यादें। जो आपके इस भौतिक शरीर के बाद की पढ़ते हैं।

, हां इनके कई प्रकार हो सकते हैं। इनकी डेंसिटी के हिसाब से जैसे कि यह परम ऊर्जा एक ही है। हर मनुष्य में वही उर्जा है, वही आत्मा है लेकिन हर मनुष्य के छमता अलग-अलग है। उसी प्रकार से भूत प्रेत और वह जिन्हें आप आत्मा कहते हैं। 

उन सब की क्षमता पावर इंटेंसिटी कम या ज्यादा हो सकती है। इसी प्रकार से भूतों को नाम दिए जाते हैं। आपने कहीं तांत्रिकों के मुंह से सुना होगा। कई प्रकार के भूतों के बारे में उन्हें नाम से भी बुलाते हैं। जैसे मसान शिवली वगैरा-वगैरा किसी की भी यादों को आत्मा कह देना यह साधारण मनुष्य की समझ में आ जाए। इसलिए कहा जाता है तो आपके समझाने के लिए मैं भी इसे आत्मा कहूंगा। साधारणतया यादें या कहूं? आत्मा ।

 जल्दी किसी का नुकसान नहीं करती लेकिन कुछ तांत्रिक लोग इनसे अपना काम निकलवा लेते हैं, लेकिन एक समझदार व्यक्ति जो आध्यात्मिक महत्व पर है जब तक यो ना चाहे तो आत्मा  कुछ नहीं बिगाड़ सकती। इनकी अपनी कोई पावर नहीं होती। 


असल में यह आपकी शक्ति का इस्तेमाल करती है क्योंकि किसी भी प्रकार के एक्शन के लिए किसी भी प्रकार के कार्य के लिए शरीर और शक्ति की आवश्यकता पड़ती है। परंतु इन भूत प्रेतों के पास इनका अपना कोई शरीर नहीं होता और ना ही अपनी कोई खास शक्ति होती है। 

आपने देखा होगा। ज्यादातर यह आत्मा भूत प्रेत अनएजुकेटेड सोसाइटीज में पाए जाते हैं। असल में है तो हर जगह क्योंकि यादें तो हर जगह मौजूद है, लेकिन लोग इन्हें पकड़ना चाहते हैं। इन्मे  इंटरेस्ट लेते हैं जिस प्रकार आपके विचार होंगे आप। वैसे ही फ्रीगांशी  को पकड़ोगे ।

आपने छोटे घरों  मैं देखा होगा। जहा जॉइंट फैमिली रहती है। उनमें एक या दो लोग काम करने वाले होते हैं। तब उनमें से  एक दूसरे से लड़ाई  झगड़ा ननद भाभी जेठानी का झगड़ा एक दूसरे के लिए नफरत के विचार रखना हमेशा नेगेटिव सोच ना की फलाने का ऐ बुरा हो जाए। मर जाए इसका एक्सीडेंट हो जाए। इस तरह के टोटल नेगेटिव विचार यो 24 घंटे  अपने दिमाग में लिए  रहते हैं और ऐसे लोग ऐसी चीज को ढूंढते रहते हैं। 


तभी उनके यह विचार सेम उसी  प्रकार के भूत प्रेत आत्मा वाली फ्रीक्वेंसी से मैच हो जाती है और ऐसे लोगों पर जल्दी आत्मा का कब्जा होता है। साधारण शरीर के मरने के बाद उसकी जीवात्मा को जीवात्मा जगत में जाना चाहिए, लेकिन वह इसी ब्लॉक में यही भटकते रहते हैं। और कुछ लोग इनसे संपर्क करके अपने काम निकलवाते  हैं।।

देखिए  आपको याद होगा। मैंने भी आपसे कहा था इन सब की अपनी कोई खास क्षमता नहीं होती है। इनकी खुद की कोई ताकत नहीं। यह आपकी ताकत का इस्तेमाल करती हैं और ना ही इनका कोई भौतिक अस्तित्व है। यह सब प्रचारित चल पर चलता है। यह दिखाई नहीं देते। 

बिल्कुल ठीक वैसे ही जैसे कि यह  एक  भौतिक जगह है। यह अपको  दिखाई देता है तभी आप इस पर यकीन करते हैं, लेकिन इसके बाद एक  सपना लोक  है। आपके सपने आप ही देखते हैं, कोई दूसरा नहीं देख सकता नहीं छू सकता है लेकिन जब तक आप सपना देख रहे होते हैं तब तक मैं आपके लिए सत्य होता है। उसका अपना अस्तित्व होता है लेकिन आंख खुलते ही यह सब मया हो जाता  है 

इसी प्रकार से भूत प्रेत जो लोक इनको दिखने का दावा करते हैं। असल में  ये उनके मन की अवस्था होती है। और यह भूत प्रेत आपके मानसिक तल पर ही तो कार्य करते हैं। आपके दिमाग के साथ खिलवाड़ करके आपके शरीर में अपने कुछ विचार डालकर अपने मन मुताबिक काम करवा लेते हैं। 

असल में आपके मन में आए हुए विचार वही आप को प्रेरित करते हैं। आपके द्वारा किए गए किसी भी काम के लिए आप कोई काम यूही नहीं कर लेते। पहले उस काम को करने का आपके मन में विचार आता है। आप तभी एक्शन लेते हो तो जो लोग भूत देखने का दावा करते हैं। असल में उन्हें वह इसलिए होता है कि उनकी कल्पना शक्ति के माध्यम से उनका मन इमेज क्रिएट कर देता है। हां, कुछ मामलों में किसी की फ्रीक्वेंसी बहुत तेज हो सकती है जो शायद जायदा नुक्सान करे ।


भूत प्रेत आत्मा से कैसे बचा जा सकता है

भूत प्रेत इन सब चीजों से कैसे बचा जाए? सबसे पहले तो किसी भी बात पर तब तक यकीन ना करें जब तक कि आप उससे खुद अनुभव ना करें। अगर आप भूतों की कहानियां सुनते रहेंगे और इन पर आंखें बंद करके विश्वास करते रहेंगे तो आपका दिमाग आपके लिए इसी प्रकार के डिजाइन बनाता रहेगा तो जिस प्रकार की आपकी सोच होगी और उसी प्रकार की फ्रीक्वेंसी को पकड़ने लगेंगे।

 दूसरी बात कभी किसी का गलत नहीं सोचना चाहिए। अगर आप किसी से घृणा करते हैं, नफरत करते हैं, उसे मारना चाहते हैं। या उसके बारे में  हमेशा गलत सोचते रहते हैं तो सबसे पहले आपको यह बंद करना होगा। बेशक आप कितनी ही बार क्यों ना कहें कि गलती उसकी है। 

उसने मेरे साथ ऐसा किया वैसा किया जितना गलत सामने वाले से होता है, उतना ही हमसे होता है। किसी भी गलती के हम भी भागीदार होते हैं तो किसी के बारे में नेगेटिव नहीं सोचना गलत नहीं सोचना। किसी के लिए कुछ भी बुरा करने की एक भी इच्छा ना रखना 

आप अगर किसी के लिए पूरी इच्छा ही रखेंगे तो आपका यह दिमाग रूपी यंत्र उसी प्रकार की गलत चीजों को कनेक्ट करने लगेगा। उसी प्रकार की फ्रीक्वेंसी से मैच हो जाएगा और वह सब कुछ रिसीव करेगा तो उससे होगा। यह जो आप दूसरे के लिए सोच रहे थे। वो कही न कही आपके साथ होने लगेगा और आप खुश नहीं रह पाओगे।  अगर आप से कोई गलती होती है। तो उस गलती को स्वीकार करे 

& Last tips  उस परम ऊर्जा से जुड़े रहे जो  व्यक्तियों से परम ऊर्जा में मग्न में रहता है या कहूं ईश्वर भक्ति मे मग्न में रहता है। हर एक पल केवल ईश्वर के पायस और उसी का ध्यान यह जो व्यक्ति उस ईश्वर का ध्यान करता है। उस पर ऊर्जा का ध्यान करता है। ऐसे साधक को यह काहू  ऐसे व्यक्ति को स्वयं परम उर्जा प्रोटेक्ट करती है। फिर उससे कुछ गलत नहीं होता क्योंकि गलत करने के लिए गलत विचार आना जरूरी है। परंतु वैसे साधक के  मन में तो केवल ईश्वर के विचार रहते हैं और जो ईश्वर के बारे में चिंतन करता रहता है, उसी प्रकार के विचारों को रिसीव करता है। ।

भूत प्रेत क्या होता है

भूत प्रेत क्या है


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