Friday 14 April 2023

mba chai wala full story in hindi । mba chai wala biography in hindi।mba chai wala success story in hindi।

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 हेल्लो दोस्तों आज की पोस्ट में हम जानने वाले है की ।।mba chai wala full story in hindi । mba chai wala biography in hindi।mba chai wala success story in hindi। दोस्तो आदि आपके मन में भी यह सवाल गूंज रहा हो की आखिर mba chai wala इतना बड़ा ब्रांड केसे बन गया तो जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े। > 


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दोस्तो चाय बेचना एक आम सी  बात है और भारत में हमें हर एक गली और नुक्कड़ पर कोई ना कोई चाय बेचने वाला मिल ही  जाता है। लेकिन आज हम जिस mba चाय वाला कि हम बात करने वाले हैं यो दूसरे चाय वालों से काफी अलग है। अब आप सोच रहे होंगे कि  इसकी चाय में ऐसी क्या खास बात है जो इसे इतना अलग बनाती है।।



 तो दोस्तों आपको बता दें कि एमबीए चायवाला की खासियत उसके चाय में नहीं बल्कि उसके बिजनेस में है। क्युकी  सिंपल से टेस्ट टोल से शुरू हुआ चाय वाला आज एक  अच्छा खासा ब्रांड बन चुका है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इसमें भारत में एमबीए चायवाला की 100 से ज्यादा ही store है और इसका टर्नओवर 4 से 5 करोड़ और नेटवर्क ₹25 करोड़ है ।


दोस्तो ऐसे में सवाल यह  आता है कि चाय की टपरी से शुरू हुआ एमबीए चायवाला आखिर इतना बड़ा बिजनेस कैसे बना और वह कौन सी ऐसी बिजनेस स्टडीज है जो इसे आज इतना सफल बनाती है। दोस्तों इन सारी चीजों के बारे में आज की इस पोस्ट  में डिस्कस करने वाले हैं। 



mba chai wala आखिर है koun


एमबीए चायवाला आखिर है कौन? 

दोस्तो mba चाय वालों को शुरू करने वाले इस लड़के का नाम प्रफुल्ल बिल्लौर है और यह मध्य प्रदेश की एक बेल्ट युटुब फैमिली से बिलोंग करते हैं  प्रफुल्ल तो शुरुआत से ही पढ़ाई में काफी अच्छे थे और यह हमेशा से किसी बड़े कॉलेज से एमबीए करना चाहते थे यह तक की  इसके लिए उन्होंने कैट का एंट्रेंस एग्जाम भी दिया था। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। जिसके कारण तीन बार एटेंट करने के बाद भी एग्जाम को क्लियर नहीं कर पाए इस फेलियर की  वजह से फैमिली में प्रेशर आकर इन्हे अहमदाबाद  के प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेना पड़ा। 


लेकिन दोस्तों प्रफुल्ल इस चीज को लेकर किलियर थै की किसी भी प्राइवेट कॉलेज से एमबीए नही करना है।  आ तो की टॉप  कॉलेज से एमबीए करना था आ फिर एमबीए करना ही नहीं था। इसलिए अपने पेरेंट्स को बिना बताए सिर्फ 12 दिन के बाद ही कॉलेज ड्रॉपआउट हो गए और अपना खर्चा चलाने के लिए इन्होंने मैकडॉनल्ड्स में  वेटर काम शुरू कर दिया।दोस्तो  शुरुआत में इनके  सेलरी 37 पर एवर हुआ करती थी, लेकिन यो अपने हुनर और काबिलियत के दाम पर सिर्फ 6 महीने में  प्रमोट होकर ही असिस्टेंट मैनेजर बन गए।



अब दोस्तो मैकडॉनल्ड्स काम करके उनको फायदा  ऐ हुआ को सेलिंग और बिजनेस करने का आईडिया सीख लिया जो की चाय की  बिजनेस को बढ़ाने में बहुत कम आई 


 दोस्तों यह तो जान गए कि प्रफुल्ल बिल्लौरी कौन है और यह करते क्या थे



Mba चाय के बिजनेस के बारे में जानकारी इन हिंदी 


 दोस्तो प्रफुल्ल को मैकडॉनल्ड्स में काम करने के  दौरान यह एहसास हो गया था कि जिंदगी भर दूसरों के लिए सैलरी पर काम करके भी कभी कुछ बड़ा नहीं कर सकते। इसलिए उन्होंने कुछ बड़ा करने के इरादे से अपना बिजनेस स्टार्ट करने का फैसला ले लिया था।  जिसके चलते से काफी समय तक सच करने के बाद उन्होंने एक रोड साइड टी स्टॉल खोलने का फैसला लिया और इस साल 2017 में जब उनकी उम्र सिर्फ 20 साल थी तो उन्होंने एक चाय की टपरी से  एमबीए चायवाला की शुरुआत कर दी



दोस्तो प्रफुल्ल ने  जब अपना टी स्टॉल  लगाने का फैसला किया था। तो उन्हें  पता था कि इसमें पैसों की जरूरत होगी और जो की इनके परिवार को इस बिजनेस के बारे में कुछ भी नहीं पता था इसलिए कि उनसे भी कोई फाइनेंस क्यों सपोर्ट नहीं ले सकते।  ऐसे में उन्न्हों ने  फैसला किया कि वे अपना बिजनेस चलाने के साथ-साथ मैकडॉनल्ड्स में काम करते रहेंगे। जहां सुबह 9:00 से 3:00 बजे तक मैकडॉनल्ड्स कम करते थे वही   शाम को 6:00 से 12:00 बजे तक यह चाय बेचते थे। 



mba chai wala सबसे पहला टी स्टॉल कहा चालू क्या  था 


दोस्तो आपके जानकारी के लिए यह बता दे उन्होने अपना पहला टी स्टॉल आपने ड्रीम कॉलेज आईआईएम अहमदाबाद के सामने लगाया था।  दोस्तो अब उन्न्हो ने टी स्टॉल लगा लिया था। लेकिन शुरुआत में उसे चलाना बहुत ही मुश्किल था। दरअसल शुरुआत में इन्हें लोगो से  आर्डर लेने में बहुत ही झिझक महसूस हुई  इसके अलावा इनकी सबसे बड़ी मुश्किल यह थी कि नहीं, ठीक से चाय बनाना भी नहीं आता था। लेकिन दोस्तों अपनी मुश्किलों के सामने इन्होंने कभी भी हार नहीं मानी और काम करते रहे। 



दोस्तो प्रफुल्ल ने अपने एक इंटरव्यू में खुद बताया है कि नहीं। कस्टमर के साथ कंफर्टेबल होने और अच्छी चाय बनाने में लगभग 2 महीने का समय लग गया था। लेकिन एक बार जमीन की सर मैं निकल गई। तो इसका टी स्टॉल का बिजनेस बहुत तेजी से बढ़ता चला गया और यही कारण है कि आज सिर्फ 5 सालों में एमबीए चायवाला के पूरे इंडिया में  100 से  ज्यादा टी स्टॉल है और आज इनकी नेटवर्क 25 करोड़ के आसपास है


दोस्तो ऐसा। किसने सोचा होगा कि एक मामूली सी चाय की टपरी को इतनी बड़ी लेवल का बिजनेस बनाया जा सकता है। दोस्तो अब  सवाल आता है कि प्रफुल्ल तो फाइनेंस ले स्ट्रांग फैमिली से बिलोंग करते थे। उन्होंने अपने लिए यह रोडसाइड चाय बेचने का बिजनेस है तो अपनी फैमिली से 2500000 रुपए का फाइनेंस सपोर्ट लेकर कोई बढ़िया कैफे रेस्टोरेंट भी ओपन कर सकते थे। दोस्तो इसकी वजह यह है प्रफुल्ल को  मालूम था कि अगर इन्होंने। अपने पेरेंट्स को इन सब के बारे में बता दिया तो उन्हे इसके बारे में कभी भी परमिशन नहीं देगी और इसीलिए उन्होंने शुरुआत में काफी टाइम तक इसे अपने घरवालों से छुपा कर रखा और तब तक उनकी फैमिली को यही लगता था कि मैं अहमदाबाद में रहकर एमबीए कर रहे हैं। 


 दोस्तों इसीलिए प्रफुल्ल अपने लिए  घर वालो से कोई भी  फाइनेंस नही ले सकते थे साथ ही  मैकडॉनल्ड्स में यह  इतना नहीं कमाते थे कि एकदम से कोई बड़े लेवल का बिजनेस स्टार्ट कर सके और यही वजह थी कि इन्हें कोई ऐसा बिजनेस चालू करना पड़ा की काम पैसे में सुरू हो सके और दूसरा उन्हें  फेल होने के चांसेस कम हो 


दोस्तो अब ऐ एमबीए  चाय वाला कौन है और यह कब और कैसे स्टार्ट हुआ। यह सब तो हमने जान लिया, 



लेकिन अब सवाल आता है कि इतनी छोटे लेबल से सुरू हुआ इस इस बिजनेस को 5 साल के अंदर   इतनी बड़ी  केफी चेन कैसे बन गया और ऐसी कौन सी  स्ट्रेजी है  जो इसे इतना सक्सेसफुल बनाती है ।



दोस्तों किसी बिजनेस को सक्सेसफुल होने के पिछे उसकी हॉनर की कड़ी मेहनत उसकी रीजन और उसका पॉजिटिव सोच बहुत इंपोर्टेंट होता है। और प्रफुल्ल के अंदर यह सारी खूबियां मौजूद थे


एमबीए चायवाला आज इतना बड़ा ब्रांड केस बन चुका है इन हिंदी 



 एमबीए चायवाला आज इतना बड़ा ब्रांड बन चुका है दोस्तो आपने कभी ना कभी यह जरूर सुना होगा कि फर्स्ट इंप्रेशन इज लास्ट इंप्रेशन और प्रफुल्ल ने इसी बात को ध्यान में रखकर काम सुरू किया था  उसे पता था कि लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच कर उन पर अपना पहला इंप्रेशन कैसे जमाना है और इसके लिए उन्होंने सबसे पहला काम जो किया। वह अच्छे कपड़े पहनना दोस्त हमेशा अच्छे से  ड्रेसअप हो कर चाय बेचने के लिए जाया करते थे और उनकी यह स्तर्जी कम भी क्या और उन्हें देखकर लोगो से पहले यह सवाल आता था की आखिर यह लड़का चाय क्यों बेच रहा है और अपनी इसी कारण से लोग उनके । अपने स्टॉल पर खींचे चले आते थे। इसके अलावा कस्टमर को कैसे अप्रोच करना है। यह भी प्रफुल्ल बहुत अच्छे से जानते थे और  वह आम चाय वालों की तरह  टपरी पर बैठकर  कस्टमर का वेट नही करते थे बल्कि खुद लोगो के पास जाकर उनसे चाय का आर्डर लेते थे। यही नहीं जब कोई कस्टमर पहली बार टी स्टॉल पर आता  था, तो पहली चाय फ्री में दे देते। और दोस्तो साथ ही लोगो से ऑडर लेते वक्त इंग्लिश में बात करते थे जिसकी वजह से लोग हैरान रह जाते की यह चाय वाला भला इंग्लिश में कैसे बात कर सकता है 



दोस्तो प्रफुल्ल बोलने में  काफी अच्छे थे। जबभी इनके टी स्टॉल पर अता  था तो  लोगो इनके बाते सुनकर बहुत इंप्रेस होता था  यहां तक की बहुत सारे लोग  इनसे बाते करने के लिए चले जाते थे।और दोस्तों यही वजह थी कि mba चायवाला पर हमेशा भीड़ लगी रहती थी। 


इसकी अलावा शुरुआत में इसका बिजनेस में डाउन चल रहा था तो उन्होने अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए कई इनडोर और आउटडोर गेम जैसे क्रिकेट लूडो कैरम वगैरा भी ऑर्गेनाइज किए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस गेम को खेलने और देखने के बहाने टी स्टॉल कि चाय को इंजॉय करें।  दोस्तों इन्हें छोटी-छोटी  स्ट्रेजी की हेल्प से mba chai wala ko पॉपुलरटी मिली।


और देखते ही देखते सेल्स असमान छूने लगा इसके बाद साल 2020 में इस बिजनेस को स्किल करने के लिए  प्रफुल्ल फ्रेंचाइजी मॉडल शुरू कर दिया और सिर्फ 2 सालों के अंदर एमबीए चायवाला पूरे भारत में फैल गया ।



mba chai wala ka naam kaise pada


 एमबीए चायवाला का नाम एमबीए चायवाला कैसे पड़ा। इसके पीछे भी दिलचस्प कहानी है।  काफी सारे लोगों को लगता है की प्रफुल्ल ने यह नाम इसलिए रखा है क्योंकि वह एमबीए करना चाहते थे लेकिन दोस्तों लोगों को यह सूचना गलत है 


दरअसल प्रफुल्ल ने जब 2017 में  पहला जब अपना टी स्टॉल लगाया था तो उस समय उन्होंने इसका नाम मिस्टर बिल्लोरी रखा था दोस्तों फिर ऐसा हुआ कुछ यू जैसे जैसे ऐसे लोगों को उनके एमबीए की स्टोरी पता चलती गई तो लोग खुद ही एमबीए चायवाला के नाम से बुलाने लगे और देखते ही देखते हैं। कस्टमर के बीच उनका के नाम काफी फेमस हो गया। अब इसमें प्रफुल्ल ने क्या किया। अपने बिजनेस मिस्टर बिल्लोरी में अहमदाबाद जोड़कर इसे एमबीए चायवाला बना दिया। यानी दोस्तो एमबीए मतलब मास्टर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन नहीं बल्कि मिस्टर बिल्लौर अहमदाबाद है  


Mba chai wala ka फ्यूचर प्लान क्या है


 दोस्तो अब बात करते हैं कि एमबीए चाय वाला की फ्यूचर प्लान क्या है जैसा कि हमने आपको बताया। इसमें एमबीए चायवाला के पूरे भारत में 100 से ज्यादा टी स्टॉल है   और प्रफुल्ल बिलोरी इस साल के आखिरी तक इस नंबर को डबल करना चाहते हैं और दोस्तो इसी लिए यो हर महीने 10 से 15 न्यू स्टोर ओपन कर रहे हैं। इसके अलावा भी जल्दी ही अपना खुद का एक चाय पत्ती का ब्रांड भी लॉन्च करने वाले हैं तो चाय के अलावा उनके दूसरे बेचनी है जिनमें ई-कॉमर्स, पॉलीटिकल कैंपेन और चाय बनाना चाहते हैं 


दोस्तो काम  चाहे छोटा हो या बड़ा फर्क नहीं पड़ता फर्क  इससे पड़ता। आप अपनी  छोटे से मेहनत से बड़ा बना देते हो? और एमबीए  चाय वाला इसका एक बहुत अच्छा उदाहरण है।



  

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